परिचय
- इज़राइल–ईरान संबंधों की पृष्ठभूमि: ऐतिहासिक दोस्ती, 1979 की क्रांति के बाद दुश्मनी navbharattimes.indiatimes.com
- आज का संकट: स्पाइरल ऑफ़ एस्केलेशन और हालिया हमले
हाल की घटनाएँ (Chronology)
- 13 जून 2025 – Operation Rising Lion: इज़राइल द्वारा इरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर एयरस्ट्राइक my.rusi.org+3en.wikipedia.org+3en.wikipedia.org+3
- 13 जून शाम – इरान ने 150+ बैलेस्टिक मिसाइलें और ड्रोन हमले
- 21 जून – यूएस ने फोर्डो, नतान्ज़, इस्फ़हान जैसे साइट्स पर बंकर-बस्टर मिसाइलें छोड़ीं youtube.com+4youtube.com+4navbharattimes.indiatimes.com+4
- Ceasefire – 12 दिनों की लड़ाई के बाद संघर्ष विराम की घोषणा
- मानव-परिसरों पर असर – बड़ी संख्या में मारे गये, हजारों घायल, शरणार्थी संकट का खतरा
- भारत की भूमिका – Operation Sindhu: 3,170 भारतीयों की सुरक्षित वापसी

अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- अमेरिका: कार्रवाई को समर्थन, लेकिन सीमित क्षति का अनुमान
- एशिया एवं यूरोप: चिंता जताई, G7 में चर्चा का हिस्सा
- संयुक्त राष्ट्र: आपात बैठक, क्षेत्रीय अस्थिरता पर चेतावनी
प्रभाव और भविष्य
- मनुष्यों पर असर: नागरिकों की जान, विस्थापन और अस्पतालों पर दबाव
- आर्थिक असर: तेल-गैस कीमतों में उतार-चढ़ाव, निवेश पर असर
- राजनीतिक मूड: नीतिगत मजबूती बनाम दीर्घकालिक शांति की अनिश्चितता
- क्या होगा अगेन? – संभावित अस्थिरता, भविष्य की वार्ता की राह
सारांश
- इज़राइल और ईरान की लड़ाई परमाणु और सुरक्षा चिंताओं पर आधारित है
- हाल ही की कार्रवाई में एयरस्ट्राइक और मिसाइल हमलों का इस्तेमाल हुआ
- 12 दिनों बाद संघर्ष विराम, पर नस्लें अभी भी तनावपूर्ण
- मानवता और अर्थव्यवस्था पर बड़ा प्रभाव, भारत की सरकारी मदद ने राहत दी