हाजीपुर में चिराग पासवान ने शिव चन्द्र राम को जाने की कितने वोटो से किया पीछे

अपने पिता की बिरासत सिट पर चिराग पासवान ने हाजीपुर लोकसभा बिहार की सबसे हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है. यहां चिराग पासवान पिता की विरासत बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. हाजीपुर सीट चिराग के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की थी. इस सीट पर दिवंगत राम विलास पासवान 8 बार जीते हैं. इस सीट पर चिराग का मुकाबला जिन शिव चंद्र राम से है, वे पूर्व मंत्री रह चुके हैं. बीते चार लोकसभा चुनावों (1998 से 2014 तक) में हाजीपुर लोकसभा सीट मुख्य रूप से LJP प्रमुख और 8 बार के सांसद राम विलास पासवान के पास रही. सिर्फ 2009 में उन्हें JDU के राम सुंदर दास से हार का सामना करना पड़ा था. साल 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के पशुपति कुमार पारस ने यहां से जीत दर्ज की थी. चिराग ने अपने चाचा से लड़ाई के बाद यहां का टिकट हासिल किया था. चिराग की पार्टी LJP रामविलास NDA गठबंधन में चुनाव लड़ रही है.
चिराग कुमार ने 2014 लोक सभा चुनाव में बिहार राज्य की जमुई लोक सभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार सुधांशु शेखर भास्कर को करीब 85,000 मतो से हराया। पासवान ने 2019 के लोक सभा चुनावों में इसी सीट से भूडियो चौधरी को हराया और दूसरी बार लोक सभा के सांसद बने।[3]
पासवान चिराग का रोजगार के नाम से एक एनजीओ भी चलाते हैं।[4]
2010 से 2011 तक चिराग पासवान हिन्दी सिनेमा में भी अभिनेता के तौर पर काम कर चुके है। मिले ना मिले हम (2011), वन एंड ओनली (2011), वन एंड ओनली (2010) जैसी फिल्मों में वो अभिनेता रहे । हालांकि उनका ये कैरियर विफल रहा।
27 फरवरी 2021 को, लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए 1.11 लाख रुपए का दान दिया।
चिराग कुमार पासवान 5 नवंबर 2019 से 15 जून 2021 तक अपने पिता श्री की पार्टी लोजपा के अद्दयक्ष थे।[5][6]
चिराग ने 2021 में 1.1 लाख रूपए राम मंदिर के लिए दान दिए। उन्होंने कहा कि हर गरीब तबके के इंसान को इस मंदिर के निर्माण में सहयोग देना चाहिए।
चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) इस लोकसभा चुनाव में 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इन 5 सीटों के रुझान भी सामने आ गए हैं। चिराग पासवान जो एनडीए के पार्टनर हैं उनकी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने कमाल कर दिखाया है। लोजपा (रा) 5 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और पांचों सीटों पर लीड कर रही है।
शिवचंद्र से लगातार बढ़त बनाए हुए हैं चिराग पासवान, 52 हजार 418 वोट से आगे

बिहार लोकसभा चुनाव रिजल्ट के लिए 40 सीटों पर वोटों की गिनती जारी रही है। रुझानों में एनडीए ने 34 सीटों पर बढ़त बनाई है, जिसमें जेडीयू 15, बीजेपी 13, लोजपा रामविलास पांच और हम एक सीट पर आगे है।
लोकसभा सीट को लेकर इस बिहार में खूब चर्चा रही। चर्चा का मुख्य विषय था चिराग पासवान का जमुई छोड़कर हाजीपुर आना। अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने यहां से पर्चा दाखिल किया। उनका मुख्य मुकाबला राजद और बसपा के प्रत्याशी से है। चिराग पासवान का दावा है कि वह यह सीट आराम से जीत जाएंगे।
अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट हाजीपुर में 20 मई को मतदान होगा और इसमें हाजीपुर, लालगंज, महुआ, राजा पाकर, राघोपुर और छह विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। 1977 से 2014 तक, यह सीट राम विलास पासवान ने आठ बार जीती , जो 1984 और 2009 में केवल दो बार हारे। 2024 के आम चुनाव में, राम विलास पासवान के बेटे, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) प्रमुख चिराग पासवान, और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के शिवचंद्र राम एक दूसरे को कड़ी टक्कर देंगे. अपने निर्वाचन क्षेत्र को जमुई से हाजीपुर में स्थानांतरित करने का चिराग का निर्णय, जो कि एलजेपी का गढ़ रहा है, का उद्देश्य अपने पिता के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में अपनी स्थिति का दावा करना है।
इन्हें मिला प्रतिनिधित्व का अवसर
- 1957- राजेश्वर पटेल (कांग्रेस)
- 1962- राजेश्वर पटेल (कांग्रेस) 1967 वी चौधरी (कांग्रेस)
- 1971- दिग्विजय नारायण सिंह ( एनसीओ)
- 1977- राम विलास पासवान (बीएलडी)
- 1980- राम विलास पासवान (जेएनपी)
- 1984- राम रतन राम (कांग्रेस)
- 1989- राम विलास पासवान (जनता दल)
- 1991- राम सुंदर दास ( जनता दल)
- 1996- राम विलास पासवान (जनता दल)
- 1998- राम विलास पासवान (जनता दल)
- 1999- राम विलास पासवान (जनता दल यू)
- 2004- राम विलास पासवान (लोजपा)
- 2009- राम सुंदर दास (जदयू)
- 2014- राम विलास पासवान (लोजपा)
- 2019- पशुपति कुमार पारस ( लोजपा)
हाजीपुर सीट पर मतदाता
- पुरुष मतदाता- 10,27,085
- महिला मतदाता- 9,31,196
- मंगलामुखी- 71
- कुल मतदाता- 19,58,352
हाजीपुर में लगभग 100000 वोटो से जीता