प्रमुख रक्षा तकनीकी रुझान
1. DRDO 2.0: भविष्य की ओर कदम
- प्राथमिकता में दिशित ऊर्जा (laser), quntum सिस्टम और AI m.economictimes.com
- पारंपरिक प्रणालियों का विकास अब निजी कंपनियों को सौंपा जा रहा है—DRDO केवल रणनीतिक सहयोग देगा
2. AI-आधारित स्वायत्त हथियार
- सेना द्वारा AI-संचालित मशीन गन का सफल परीक्षण – “detect-decide-destroy” क्षमता
- बंगलुरु की BSS Alliance का AK-203 लैस ड्रोन, निचली ऊंचाई पर कार्रवाई के लिए en.wikipedia.org+3defencexp.com+3economictimes.indiatimes.com+3
3. ड्रोन और स्वार्म सिस्टम
- Rudrastra: VTOL क्षमता वाला, 50 किमी की कार्य-क्षमता, 170 किमी तक रेंज en.wikipedia.org+12en.wikipedia.org+12timesofindia.indiatimes.com+12
- Nagastra‑1: भारतीय लोकल सक्रिय लूटरिंग म्युनिशन ड्रोन्स – 30‑40 किमी रेंज, AI टारगेटिंग en.wikipedia.org
- Raphe mPhibr ने $100M फंडिंग पाई, mR10 स्वार्म ड्रोन प्लैटफॉर्म विकसित timesofindia.indiatimes.com
4. सैटेलाइट और स्पेस डोमेन
- ऑपरेशन सिंडर की सफलता के बाद 52 रक्षा निगरानी सैटेलाइट्स तैनात करने की योजना timesofindia.indiatimes.com
- भारत ASAT, हायपरसोनिक मिसाइल और MIRV तकनीक के TOP क्लब में शामिल ndtv.com
5. एयर डिफेंस सिस्टम
- Akashteer: इंडियन आर्मी का नया C4ISR सिस्टम, लो-लेवल एयरस्पेस निगरानी में मददगार
- Bhargavastra: मल्टी‑लेयर काउंटर‑ड्रोन मिसाइल सिस्टम, 2.5 किमी इंटरसेप्शन रेंज के साथ
6. विमान और तोपखाने
- Tejas Mk1A: AESA रडार और एडवांस्ड ईडब्ल्यू के साथ 2026 तक डिलीवरी शुरू fdd.org+2indiatoday.in+2economictimes.indiatimes.com+2
- ATAGS 155mm/52 कैलीबर तोपों का बड़े पैमाने पर ऑर्डर deccanherald.com+4defencexp.com+4indiatoday.in+4
7. प्राइवेट स्टार्टअप्स और इन्वेस्टमेंट
- भारत में 1,000+ रक्षा स्टार्टअप्स, नीति सुधारों के चलते UVS, बॉडी आर्मर, IOT सिस्टम आदि का विकास dailypioneer.com+7globalventuring.com+7m.economictimes.com+7
8. नया MRO हब – नागपुर
- Reliance Defence और अमेरिकी Coastal Mechanics मिलकर नागपुर में मिलिट्री MRO यूनिट की स्थापना करेंगे, ₹20,000 करोड़ तक का बाजार शुरूआती अनुमान timesofindia.indiatimes.com

निष्कर्ष
- भारत अब AI-संचालित हथियार, स्वार्म ड्रोन, लघु मिसाइल सिस्टम, उन्नत सैटेलाइट नेटवर्क और एयर-डिफेंस जैसे अगली पीढ़ी के रक्षा तरीकों में अग्रणी है।
- DRDO 2.0 पहल तकनीकी जवानों को भविष्य की युद्ध तकनीकों के लिए सक्षम बना रही है।
- देश के निजी क्षेत्र और स्टार्टअप्स समेत राष्ट्रीय सामरिक दृष्टिकोण में तेजी आई है।
- नागपुर MRO हब और Tejas Mk1A जैसे प्रोजेक्ट्स रक्षा इंडस्ट्री को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा की ठोस पहल हैं।