पाटलिपुत्र में राजनीतिक मैदान में एक नया सितारा उग आया है! बीजेपी की उम्मीदवार, राम कृपाल यादव को हराकर मीसा भारती ने राजनीतिक खेल में मारी बाजी। यह विजय न केवल उनकी स्थानीय उपस्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि पाटलिपुत्र की राजनीतिक दायरे में भी नए अतीत की धारा देगी।
मीसा भारती की इस विजय के पीछे एक सशक्त रणनीति और उम्मीदों की भरमार है। उन्होंने न केवल अपने प्रतिद्वंदी को परास्त किया, बल्कि एक नई दिशा भी दिखाई। यह जीत सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि उनके समर्थकों के लिए भी एक नई उम्मीद की किरण है। राजनीतिक मंच पर इस नए चेहरे की प्रवेश ने राजनीतिक गेम को रंगीन बना दिया है।
“देश के लोकसभा चुनावों के परिणाम के साथ ही, बिहार की 40 लोकसभा सीटों के नतीजे भी आ चुके हैं, और पाटलिपुत्र सीट से एनडीए गठबंधन की ओर से उम्मीदवार मीसा भारती ने विजय प्राप्त की है। उन्होंने यहाँ एनडीए की तरफ से बीजेपी के उम्मीदवार राम कृपाल यादव को प्रतिस्थापित किया है। यह सीट बिहार की राजधानी पटना में स्थित है।
पटना शहर में पहले सिर्फ एक लोकसभा सीट थी, लेकिन 2008 में इसका पुनर्गठन हुआ और इसे दो लोकसभा सीटों में बांटा गया। पाटलिपुत्र निर्वाचन क्षेत्र में कुल साढ़े सोलह लाख मतदाता है। यह विजय मीसा भारती की नामी रणनीति, व्यक्तिगत नेतृत्व और जनसमर्थन का परिणाम है, जो उन्होंने इस समर्थ निर्वाचन क्षेत्र में बनाया है।”
जाने किसने कितने वोटो से जित हासिल की
लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें चरण में पाटलिपुत्र सीट पर मतदान संपन्न हुआ, और यहाँ की मतदान दर में अत्यधिक वृद्धि दर्ज की गई है। खास बात यह है कि इस चरण में बिहार में जिन सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें पाटलिपुत्र में सबसे ज्यादा 56.91 फीसदी मतदान दर का अंकन किया गया है।
इस उत्साहजनक प्रतिक्रिया का पिछले लोकसभा चुनावों में उत्तराधिकारी मतदान दर से तुलना करते हुए, इस चरण में अधिकतम सामान्य जनता ने अपना अधिकार अभिव्यक्त किया है। और फाइनल नतीजों के अनुसार, मीसा भारती को इस सीट पर जीत मिली है। इस उच्च स्तर के मतदान का प्रमुख कारण निश्चित रूप से नागरिकों की सक्रियता और लोकतंत्र में उनके समर्थन की गहरी इच्छा है।”
पाटलिपुत्र सीट पर मीसा भारती को जीत मिली है. उन्होंने बीजेपी के रामकृपाल यादव को 82,154 वोटों से हराया है. मीसा भारती को टोटल 6,04,202 वोट मिले हैं, जबकि रामकृपाल 5,22,048 वोट के साथ दूसरे नंबर पर हैं.