
क्या बकरीद पर बंद रहेगा मार्केट
आज बकरीद के त्योहार के अवसर पर शेयर बाजार अनिवार्य रूप से सोमवार को बंद रहेगा। बीएसई की वेबसाइट के अनुसार, 17 जून को इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरीवेटिव्स सेगमेंट और एसएलबी भी अविश्वासनीय रूप से बंद रहेंगे। इसी दिन मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ इंडिया भी स्थगित रहेगा। तथापि, शाम 5 बजे के बाद बाजार के बाहर एमसीएक्स की सेवाएं फिर से शुरू हो जाएंगी
इस सप्ताह, शेयर बाजार पर निवेशकों की नजरें विशेष रूप से रहेंगी, क्योंकि देश में आज 17 जून को बकरीद का त्योहार मनाया जा रहा है। इस मौके पर शेयर बाजार का स्थिति एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है, क्योंकि निवेशकों के बीच यह उत्तरदायित्व बढ़ा देता है कि बाजार खुल रहेगा या बंद।
इस त्योहार के दौरान, असमंजस इस बात को लेकर उत्पन्न हुआ है कि शेयर बाजार की कार्यवाही किस प्रकार से होगी। कुछ निवेशक बाजार को बंद होने की संभावना से जुड़ते हुए ध्यान रख रहे हैं, जबकि दूसरे विश्वास कर रहे हैं कि व्यापार निरंतर चलेगा। इस प्रकार की स्थिति में निवेशकों के बीच उत्साह और संकोच दोनों के मिश्रण को देखा जा सकता है।
इस विवादास्पद परिस्थिति में, निवेशकों के लिए समय-समय पर बाजार के विभिन्न पहलुओं को समझना और विश्वसनीय सूत्रों से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। बकरीद के मौके पर शेयर बाजार की स्थिति को लेकर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए निवेशकों को आगामी दिनों में बाजार की गतिविधियों पर नजर रखने की सलाह दी जा रही है।
पिछले सप्ताह शेयर बाजार ने एक उछाल दिखाया था, जब बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को नए उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो 434.88 लाख करोड़ रुपये था। सेंसेक्स ने तीसरे दिन भी नए सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ, जिसमें 181.87 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की चढ़ाई दर्ज की गई। दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 270.4 अंक या 0.35 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जब यह 77,081.30 पर पहुंचा था। इस तेजी के दौरान निवेशकों की संपत्ति में 7.93 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
इन तरीको को बंद रह सकता है बाजार

आने वाले दिनों में शेयर बाजार की गतिविधियों को समझने के लिए निवेशकों को ध्यान रखने की जरूरत है, क्योंकि कई महत्वपूर्ण त्योहारों और अवसरों के दिन बाजार बंद रहेगा।
मैं आपको विस्तार से बता रहा हूँ कि 2024 के कैलेंडर वर्ष में भारतीय शेयर बाजार को कुल 15 दिनों तक बंद रह सकता है , जब राष्ट्रीय और धार्मिक अवसरों के कारण ट्रेडिंग गतिविधियों पर रोक लगी रहेगी। ये अवकाश देशवासियों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं और उन्हें समय दिया जाता है अपने परिवार और समुदाय के साथ समय बिताने के लिए।
इस सूची में सबसे पहले है 17 जुलाई को मुहर्रम, जो इस्लामी समुदाय में महत्वपूर्ण है। मुहर्रम एक पवित्र दिन होता है, जब मुसलमान समुदाय इमाम हुसैन के बलिदान को याद करता है। इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है और शेयर बाजार बंद रहता है।
इसके बाद, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस, भारतीय उपमहाद्वीप के आजादी के दिन के रूप में मनाया जाता है। यह राष्ट्रीय अवकाश होता है और इस दिन शेयर बाजार बंद रहता है।
अगला अवकाश 2 अक्टूबर को है, जो महात्मा गांधी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारतीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती होती है और उसे राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।
इसके बाद, 1 नवंबर को दिवाली, हिंदू समुदाय का प्रमुख त्योहार, मनाया जाता है। दिवाली भारत भर में प्रेम, शुभकामनाओं और खुशी का प्रतीक है और इस दिन शेयर बाजार बंद रहता है।
15 नवंबर को गुरुनानक जयंती, सिख समुदाय के प्रमुख धार्मिक नेता गुरु नानक देव जी की जयंती है। यह दिन समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है और इसे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।
25 दिसंबर को क्रिसमस, ईसाई समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार, मनाया जाता है। यह दिन ख्रीष्ट के जन्म के उत्सव के रूप में मनाया जाता है और इसे भारत में राष्ट्रीय अवकाश के रूप में देखा जाता है।
इसी तरह, ये सभी अवकाश समय निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि इन दिनों में शेयर बाजार बंद रहता है और उन्हें अपने निवेशों और वित्तीय योजनाओं को समय-समय पर समायोजित करने का मौका मिलता है। इन अवकाशों के दौरान, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को समीक्षा करने और बाजार के गतिविधियों के अनुसार अपनी रणनीतियों को अद्यतित करने का मौका मिलता है।
बीते हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन, जिसे शुक्रवार के रूप में जाना जाता है, शेयर बाजार में बेहद तेजी का संकेत था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने 182 प्वाइंट्स की उछाल के साथ 76,993 अंक के स्तर पर अपना सत्ता प्रदर्शित किया। साथ ही, निफ्टी भी 67 प्वाइंट्स की उच्चतम बढ़ोत्री के साथ 23,400 अंक पर बंद हुई।
दिनभर के ट्रेडिंग सत्र में दो प्रमुख बेंचमार्क ने नए रिकॉर्ड हाई छू लिए। सेंसेक्स ने 77,000 अंक और निफ्टी ने 23,500 अंक के स्तर पर अपने नए उच्चतम स्तरों को स्पष्ट किया। इस तेजी के पीछे विभिन्न क्षेत्रों में तेजी के संकेत थे, जिसने निवेशकों के विश्वास को मजबूत किया।
बाजार में इस तरह की उछाल के पीछे कई कारण थे, जैसे कि अच्छी आर्थिक दिशा, कंपनियों की अच्छी तरक्की की उम्मीद, और ग्राहकों में खर्च की वृद्धि के साथ विभिन्न सेक्टरों में उत्साहपूर्वक निवेश की गतिविधियां। इस बढ़ती हुई संतुलन के माहौल में, बाजार ने उन्नति के नए मापदंड स्थापित किए और निवेशकों को बड़े आत्मविश्वास के साथ विश्वसनीय रिटर्न्स की उम्मीद दिलाई।
केडिया सिक्योरिटीज ने हिस्सेदारी अधिग्रहण करके वित्तीय सेवाओं में महत्वपूर्ण कदम उठाया, जिससे निवेशकों में विश्वास और सेवाओं में सुधार हुआ।

केडिया सिक्योरिटीज ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण कारोबारी निर्णय लिया है, जिसमें उन्होंने एक बड़ी हिस्सेदारी अधिग्रहण की। इस अधिग्रहण के माध्यम से, उन्होंने अपनी वित्तीय सेवाओं को विस्तारित किया है और नए वित्तीय उत्पादों की पेशकश को संभव बनाया है। यह कदम न केवल उनके वित्तीय विकास को गति देगा, बल्कि उनके ग्राहकों और निवेशकों को भी एक और सुविधा और विश्वास का माध्यम प्रदान करेगा। इसके साथ ही, यह निर्णय उनकी राजनीतिक और वित्तीय रणनीति के संदेश को भी दर्शाता है कि उनका उद्देश्य है बाजार में अपनी मुख्यता और विश्वासयों को मजबूत करना।
इस निर्णय से, केडिया सिक्योरिटीज ने अपने ग्राहकों और निवेशकों को एक नया और सुदृढ़ सेवा प्रदान करने का वादा किया है। इसके साथ ही, वे अपने संस्थान की वित्तीय स्थिरता और सुरक्षा को भी मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं। यह निर्णय उनकी प्रतिस्पर्धा में मजबूती और विश्वासयों को विस्तारित करने का भी एक तरीका है, जिससे उनकी गति और विकास में तेजी आ सके।