. परिचय
पंचायत सीजन 4 (24 जून, 2025 को Amazon Prime Video पर रिलीज़) ने फ़ुलेरा गांव में चुनाव और राजनीति की हलचल को नए रंगों में पेश किया है। इस बार मंच पर मंजू देवी (नीना गुप्ता) बनाम क्रांति देवी (सुनिता राजवार) की दिलचस्प जंग है, जिसमें हास्य, राजनीति और मानवीय भावनाएँ बाखूबी मिलती हैं

पॉजिटिव पॉइंट्स 👍
- स्टार कास्ट की जबरदस्त परफॉर्मेंस – जितेंद्र कुमार (सचिव जी) और नीना गुप्ता (प्रधान) की अभिनय क्षमता देखते ही बनती है।
- रियलिस्टिक ग्रामीण दोहाई – मासूमियत पूरी रचनात्मकता के साथ दिखी है।नया राजनीतिक ट्विस्ट – गांव चुनाव का ड्रामा, तालाबंदी, और सामाजिक पॉलिटिक्स से भरा मंच।भावनात्मक गहराई – प्यार, धोखा और चुनावी चाबी के बीच का रिश्तों का उलझाव।
नकारात्मक पहलू 👎
- पिछले सीज़न की तुलना में धीमी गति – कुछ दर्शकों ने रिव्यू में इसे “लकवे-जैसी धीमी कहानी” बताया है।
- कम हास्य, जादा ड्रामा – रवनीयता में नया तेवर आया है, लेकिन बहुतों को पुरानी क्लासिक कॉमेडी की याद आईnavbharattimes.indiatimes.com+3bollywoodshaadis.com+3navbharattimes.indiatimes.com+3।
- प्लॉट लम्बा खिंचा – कहा जा रहा है कि कहानी में कुछ जगह फालतू विस्तार हुआ।

प्लॉट स्नेपशॉट
- पूर्व सीज़न में प्रधान जी पर स्तारशॉट का सच इस बार खुलता है: साजिश नहीं, सच्चाई सामने आती हैindiatimes.com+2indiatimes.com+2navbharattimes.indiatimes.com+2।
- चुनावी उन्माद फैलता है: हुई थी फहिया, लगी लकी, और नया “प्रेशर कुकर” सिम्बल क्रांति देवी ने अपनाया।
- सचिव जी—जितेंद्र कुमार—की CAT की तैयारी, सरकार की गिरफ्तारी, जैज़… सब चलता
निष्कर्ष
- ऐंसे देखें: अगर आप चुनावी राजनीति और ग्रामीण जीवन को इमोशनल व्हर्लविंड के साथ देखना चाहते हैं, तो पंचायत 4 आपके लिए है।
- सावधान रहें: अगर आप लाइट कॉमेडी या पुराने मज़ेदार पंचों की तलाश में हैं, तो शायद कुछ कमी महसूस होगी।
- फ़ैंस क्या कहते हैं: एक्टिंग, सेटअप, भावुकता में सभी संतुष्ट, लेकिन ऑरिजिनल पंच-हंसी की कमी महसूस की जा रही है।