🕒 अचानक लेकिन ऐतिहासिक फैसला
21 जुलाई 2025 को भारत के 14वें Vice President जगदीप धनखड़ ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति को अपना त्यागपत्र सौंपा। उनके इस फैसले से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई।
उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा:
“स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने हेतु मैं तत्काल प्रभाव से भारत का उपराष्ट्रपति पद त्यागता हूँ।”

🏥 क्या स्वास्थ्य ही मुख्य कारण था?
धनखड़ को पिछले कुछ महीनों से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियाँ थीं। मार्च 2025 में उन्हें दिल की समस्या के कारण दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती किया गया था। इसके बाद जून में उत्तराखंड के एक कार्यक्रम के दौरान वे बेहोश हो गए थे। उनके नजदीकी सूत्रों का कहना है कि डॉक्टरों ने उन्हें लंबा विश्राम करने की सलाह दी थी।
🏛️ क्या राजनीतिक कारण भी जिम्मेदार?
हालांकि इस्तीफे का कारण स्वास्थ्य बताया गया है, लेकिन कई राजनीतिक विश्लेषक इसे सिर्फ एक पक्ष मानते हैं। हाल ही में संसद में एक विवादास्पद प्रस्ताव पर उपराष्ट्रपति के निर्णय को लेकर सत्ता पक्ष में असंतोष देखा गया था। साथ ही विपक्षी नेताओं ने भी सवाल उठाए कि क्या इस इस्तीफे के पीछे कोई बड़ा राजनीतिक दबाव था।
🧭 आगे की प्रक्रिया क्या है?
भारत के संविधान के अनुसार:
- उपराष्ट्रपति का इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंपा जाता है।
- यदि उपराष्ट्रपति इस्तीफा देते हैं, तो राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन कार्यवाहक अध्यक्ष की भूमिका निभाते हैं।
- चुनाव आयोग नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया जल्द ही शुरू करेगा।
- संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित और नामांकित सदस्य मिलकर नए उपराष्ट्रपति का चुनाव करेंगे।
📜 ऐतिहासिक संदर्भ
भारत के इतिहास में यह तीसरी बार है जब किसी Vice President ने कार्यकाल के बीच में इस्तीफा दिया है:
- वी.वी. गिरी (1969) – जिन्होंने राष्ट्रपति बनने के लिए पद छोड़ा।
- आर. वेंकटरमण (1987) – जिन्हें बाद में राष्ट्रपति बनाया गया।
- जगदीप धनखड़ (2025) – जिन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया।
📊 सारांश तालिका
पहलू | विवरण |
---|---|
इस्तीफे की तिथि | 21 जुलाई 2025 |
कारण | स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं |
हाल की घटनाएं | दिल की बीमारी, सार्वजनिक कार्यक्रम में बेहोशी |
संभावित राजनीतिक वजहें | संसद में विवादित प्रस्ताव, पार्टी असहमति |
कार्यवाहक अध्यक्ष | राज्यसभा के डिप्टी चेयरपर्सन |
अगला कदम | उपराष्ट्रपति चुनाव जल्द आयोजित होगा |
✅ निष्कर्ष
जगदीप धनखड़ का इस्तीफा भारतीय राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। यह सिर्फ एक संवैधानिक पद से हटना नहीं है, बल्कि इसमें कई परतें हैं—स्वास्थ्य, राजनीति, और संवैधानिक प्रक्रिया। अब सबकी निगाहें नए उपराष्ट्रपति के चयन पर टिकी हैं।