12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया की विमान दुर्घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हादसे में 275 लोगों की जान गई, जिसमें 241 यात्री और चालक दल के सदस्य, साथ ही 34 लोग जमीन पर थे। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर, फ्लाइट AI171, जो लंदन जा रही थी, सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही पलों बाद मेघनीनगर में एक मेडिकल हॉस्टल से टकरा गई। यह भारत के हालिया इतिहास की सबसे घातक विमानन दुर्घटनाओं में से एक है।
अहमदाबाद में क्या हुआ?
एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 उड़ान भरने के 36 सेकंड बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान मेघनीनगर इलाके में एक इमारत से टकराया, जिससे भारी तबाही हुई। 28 जून 2025 तक, डीएनए टेस्ट और चेहरा पहचान तकनीक से सभी 260 पीड़ितों की पहचान हो चुकी थी। विश्वकुमार रमेश इस हादसे के एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति हैं। मलबे को गुजरात स्टेट एविएशन इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी लिमिटेड (GUJSAIL) ले जाया गया, जहां विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) जांच कर रहा है।

संभावित कारणों की जांच
AAIB और अमेरिकी नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) की संयुक्त जांच में संभावित तोड़फोड़ और दोनों इंजनों की विफलता की आशंका शामिल है। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया कि दोनों इंजनों का एक साथ बंद होना असामान्य है। ब्लैक बॉक्स, जिसमें कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर शामिल हैं, 24 जून 2025 को बरामद हुआ। विशेषज्ञों का कहना है कि राम एयर टरबाइन (RAT) का उपयोग इलेक्ट्रॉनिक या हाइड्रॉलिक खराबी की ओर इशारा करता है।
परिणाम और उद्योग पर प्रभाव
इस हादसे ने एयर इंडिया और विमानन क्षेत्र को गहरा प्रभावित किया है। एयर इंडिया ने जुलाई 2025 तक अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को 15% कम कर दिया ताकि बोइंग 787 और 777 की सुरक्षा जांच हो सके। इससे उड़ानों में देरी और रद्द होने की स्थिति बनी। दो वरिष्ठ केबिन क्रू सदस्यों ने दावा किया कि एक साल पहले बोइंग 787 में तकनीकी खराबी की शिकायत करने पर उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया, जिसने रखरखाव पर सवाल उठाए। टाटा सन्स के तहत निजीकरण के बाद एयर इंडिया की छवि को भी नुकसान पहुंचा।
जांच और जनता की प्रतिक्रिया
AAIB की जांच जारी है, और भारत ने स्थानीय विशेषज्ञता का हवाला देकर यूएन जांचकर्ता की भागीदारी को खारिज किया। ब्लैक बॉक्स डेटा से जल्द ही हादसे के कारणों का पता चल सकता है। अहमदाबाद में मनोचिकित्सकों ने पीड़ित परिवारों को सहारा देने के लिए कदम उठाए हैं। इस हादसे ने पारदर्शिता पर बहस छेड़ दी है, और विशेषज्ञ एयर इंडिया और बोइंग से आश्वस्त करने वाले अपडेट्स की मांग कर रहे हैं।
निष्कर्ष
अहमदाबाद में हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना 2025 हमें विमानन सुरक्षा की अहमियत याद दिलाती है। जांच से सच सामने आएगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें। नवीनतम अपडेट्स के लिए बने रहें।