
BIHAR में भीषण गर्मी के करण स्कूल कॉलेज और निजी संस्थान बंद जाने कब से से खुलेगे स्कूल कॉलेज
इस साल (2024), भारत में भीषण गर्मी ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं, खासकर उत्तरी क्षेत्रों में जहां तापमान पिछले 25 दिनों से 40 डिग्री सेल्सियस के पार है। गर्मी का आगमन अप्रैल से सुरुआत हुआ और यह बीते 122 सालों का सबसे गर्म अप्रैल माना गया है मई से जून तक ऐसा गर्मी होगा की सारे पिछले रिकॉर्ड टूट जायेगे
इस भीषण गर्मी ने केवल लोगों की सहनशीलता का परीक्षा ही नहीं , बल्कि मानसिक शक्तियों पर भी प्रभाव डाला। शोधकर्ताओं ने स्पष्ट किया है कि ज्वलंत ताप किस प्रकार मस्तिष्क को प्रभावित करता है, जिससे पर्यावरणीय कारकों और मानसिक कुशलता के बीच के जटिल संबंधों को समझने की आवश्यकता है।
इसके अलावा , इस गर्मी के प्रभाव अदृश्य स्तर पर हैं, जो हमें हमारी पारिस्थितिकी के अस्थिरता और जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों की महत्वाकांक्षा की याद दिलाते हैं। जब भारत इस अभूतपूर्व जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों का सामना कर रहा है|
भारत में, 15 मार्च से 15 जून इस दौरान, सूर्य का कर्क रेखा की ओर अग्रसर होने से पूरे देश में तापमान में वृद्धि होती है। तापमान का अधिकतम बिंदु भी उत्तरी दिशा में बढ़ता जाता है, और मई के अंत तक उत्तर-पश्चिमी भारत में यह 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच जाता है। इस दौरान, उत्तरी भारत में तापमान अधिक होने लगता है और वायुदाब क्षेत्र में भी परिवर्तन आता है। थार मरुस्थल के स्थित न्यूनतम वायुदाब क्षेत्र बढ़कर सम्पूर्ण छोटा नागपुर पठार को भी अवरुद्ध कर लेता है, जिससे स्थानीय और सागरीय आर्द्र हवाएँ इस ओर प्रवाहित होती हैं और स्थानीय प्रबल तूफान उत्पन्न होते हैं। इस समय में भारत में गंभीर बारिश और ओले गिरते हैं, जिससे तीव्र तूफान उत्पन्न हो सकते हैं।
बिहार में कब तक स्कूल कॉलेज बंद रहेगी

भारत के बिहार राज्य में ,भयंकर गर्मी के कारण ,बिहार सरकार ने स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय कई स्कूलों में हुए छात्रों के अस्वस्थ हो जाने और बेहोश हो जाने के बाद लिया गया है। उत्तराधिकारी सीएम नीतीश कुमार ने बिहार के स्कूलों को 30 मई से 08 जून 2024 तक बंद करने के निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं, जो कि वर्तमान परिस्थितियों के आधार पर कार्रवाई करें। उन्होंने स्कूल के बच्चों को स्वास्थ्य प्राथमिकता देते हुए इसे सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, राज्यपाल ने भी बच्चों की स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी किया है |
अत्यंत गर्मी होने के कारण , बिहार सरकार ने छात्रों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण मानते हुए स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया। गर्मी के कारण लोगों को जीवनी खतरा हो सकता है, खासकर छोटे बच्चों को और शिक्षा संस्थानों में अधिक समय बिताने वाले छात्रों को।
स्कूलों को बंद करने के निर्णय के साथ-साथ, मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को यह निर्देश दिए हैं कि उन्हें तत्काल संभावित कार्रवाई के लिए क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक का आयोजन करना चाहिए। इसका उद्देश्य है सुनिश्चित करना कि स्कूलों को बंद करने से छात्रों के अध्ययन में कोई भी बाधा न हो।
यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि उन्हें अत्यधिक तापमान और गर्मी के कारण होने वाली संभावित समस्याओं से बचाया जा सके।
इससे बचने के उपाए
डॉक्टर्स का कहना है की गर्मियों में स्वास्थ्य की देखभाल के महत्वपूर्ण चीजो पर जोर देते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार, धूप में लबे समय तक रहना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जादा हानिकारक है इसलिए, बिना जरूरत के बाहर न जाएं, खासकर दिन के उस समय जब सूरज की लोहा ज्यादा गरम होता है।
यदि किसी को बाहर जाना बहुत जरुरी है, तो वे अपने सिर को ढंककर रखें, ताकि सीधे सूरज की रोशनी से सीधे संपर्क से बचा जा सके। साथ ही, हर दो घंटे में पानी पीते रहे , ताकि शरीर को ताजगी मिले और गर्मी के दौरान शारीरिक क्षमता को बनाए रख सकें।
डॉक्टर्स का कहना है कि वे लोग जो खुले में काम करते हैं, वे अपने पास कम से कम 2 लीटर पानी का बोतल साथ में जरुर रखे ताकि वे अपने शरीर को पर्याप्त पानी से संतुष्ट रख सकें। यह निश्चित करेगा कि वे गर्मियों के दौरान उपचार और सुरक्षा के लिए तैयार रहें।