📌 परिचय
दिल का दौरा अक्सर अचानक लगता है, लेकिन असल में इसके शुरुआती संकेत महीनों पहले सामने आ सकते हैं। कार्डियोलॉजिस्ट की सलाह पर आधारित यह लेख आपको बताएगा वो कौन-कौन से शुरुआती संकेत हैं जिन्हें हम नजरअंदाज कर जाते हैं।

✅ शुरुआती संकेत – विस्तार से
- चक्कर या दिल में हल्का दर्द
- अचानक चक्कर आना या बेलेंस खो जाना हार्ट फेलियर की ओर इशारा हो सकता है medicalnewstoday.com+3medanta.org+3navbharattimes.indiatimes.com+3navbharattimes.indiatimes.com।
- पैरों या टखनों में सूजन (एडीमा)
- द्रव चयना न होने से ब्लीड सर्कुलेशन प्रभावित होता है navbharattimes.indiatimes.com।
- लगातार थकान या कमजोरी
- बिना किसी विशेष गतिविधि के थकान महसूस होना हार्ट-पंपिंग कमी का संकेत होता है navbharattimes.indiatimes.com।
- सांस फूलना या डिस्पे़निया
- हल्के काम में भी सांस फूलना फेंफड़ों में ब्लीड जमने का संकेत हो सकता है navbharattimes.indiatimes.com।
- छाती में भारीपन या दबाव
- एंजाइना जैसा महसूस, खासकर गर्दन, जबड़े, बाजू तक दर्द फैला हो ।
- अचानक चक्कर आना या बेलेंस खो जाना हार्ट फेलियर की ओर इशारा हो सकता है medicalnewstoday.com+3medanta.org+3navbharattimes.indiatimes.com+3navbharattimes.indiatimes.com।
✅ बचाव के तरीके (Prevention)
- नियमित मेडिकल चेकअप (ECG, BP, Cholesterol)
- स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, धूम्रपान से दूर
- स्ट्रेस/डिप्रेशन का प्रबंधन
- उच्च रक्तचाप/शुगर/कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण
📌 निष्कर्ष (Summary)
दिल का दौरा अचानक नहीं आता – इसके लक्षण महीनों पहले ही प्रकट हो सकते हैं। चक्कर आना, सांस फूलना, थकान, पैरों में सूजन, और छाती में भारीपन जैसे संकेतों को अनदेखा न करें। समय रहते पहचान व उचित उपाय आपको या आपके प्रियजनों को जान का भंडार बचा सकते हैं।