👤 हिटलर कौन था?
एडोल्फ हिटलर (Adolf Hitler) जर्मनी का एक तानाशाह शासक था, जो 20वीं सदी के सबसे विवादास्पद और खतरनाक नेताओं में से एक माना जाता है। वह 1933 से 1945 तक जर्मनी का चांसलर और फिर फ्यूरर (तानाशाह) रहा।
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📆 प्रारंभिक जीवन
- जन्म: 20 अप्रैल 1889
- स्थान: ब्रौनाउ एम इन, ऑस्ट्रिया
- पिता: एलॉयस हिटलर (Alois Hitler)
- माँ: क्लारा हिटलर (Klara Hitler)
हिटलर ने कला में करियर बनाने की कोशिश की, लेकिन विएना की आर्ट स्कूल से उसे दो बार रिजेक्ट कर दिया गया।
🪖 प्रथम विश्व युद्ध और प्रभाव
हिटलर प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में एक सैनिक के रूप में लड़ा। युद्ध के बाद वह गहरे अवसाद में चला गया और जर्मनी की हार के लिए यहूदियों, कम्युनिस्टों और वर्साय संधि को दोषी मानने लगा।
🏛️ नाजी पार्टी का उदय
- हिटलर ने नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी (Nazi Party) जॉइन की और जल्द ही इसका प्रमुख नेता बन गया।
- 1923: म्यूनिख पुट्श (Munich Putsch) नामक तख्तापलट की कोशिश असफल रही।
- 1924: जेल में रहते हुए उसने अपनी किताब Mein Kampf लिखी, जिसमें उसकी विचारधारा स्पष्ट रूप से सामने आई – नस्लीय श्रेष्ठता, यहूदियों से घृणा और तानाशाही।
👑 सत्ता में हिटलर का आगमन
- 1933: हिटलर जर्मनी का चांसलर बना।
- उसने लोकतंत्र को खत्म कर तानाशाही स्थापित की और खुद को “फ्यूरर” घोषित किया।
- नाजी प्रचार, यहूदी-विरोध, और आक्रामक राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया।
☠️ होलोकॉस्ट और नरसंहार
- हिटलर ने यहूदियों को मानवता का शत्रु मानते हुए उन्हें खत्म करने की नीति अपनाई।
- होलोकॉस्ट (Holocaust): लगभग 60 लाख यहूदियों की हत्या की गई गैस चैंबर, गोलीबारी और जबरन मजदूरी शिविरों में।
- यह 20वीं सदी का सबसे बड़ा नरसंहार माना जाता है।
🌍 द्वितीय विश्व युद्ध (1939–1945)
- 1939: हिटलर ने पोलैंड पर हमला कर युद्ध की शुरुआत की।
- उसके बाद यूरोप के कई देश नाजी कब्जे में आ गए – फ्रांस, ऑस्ट्रिया, चेकोस्लोवाकिया।
- लेकिन 1941 में रूस पर हमला करना और 1944 में नॉर्मंडी पर एलायड लैंडिंग ने हिटलर की सेना को पीछे धकेल दिया।
🔚 Adolf Hitler: का अंत
- 30 अप्रैल 1945 को जब सोवियत सेना बर्लिन के नजदीक पहुंची, हिटलर ने अपनी बंकर में आत्महत्या कर ली।
- उसकी मृत्यु के बाद जर्मनी ने आत्मसमर्पण कर दिया और द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ।
🧠 हिटलर के विचार और विरासत
- हिटलर ने जिस विचारधारा को फैलाया – नस्लवाद, तानाशाही और युद्धवाद, उसे आज पूरी दुनिया नकारती है।
- उसका शासनकाल एक उदाहरण है कि किस तरह गलत नेतृत्व पूरी मानवता को विनाश की ओर ले जा सकता है।
📝 निष्कर्ष
हिटलर का इतिहास हमें यह सिखाता है कि लोकतंत्र, मानव अधिकार और विविधता कितने ज़रूरी हैं। नफरत और घृणा से कोई समाज आगे नहीं बढ़ सकता। इतिहास के इस काले अध्याय को याद रखना जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसे नेता दोबारा सत्ता में न आ सकें।