1. परिचय
पानीपत (हरियाणा) का नाम आते ही भारतीय इतिहास की तीन महत्त्वपूर्ण लड़ाइयाँ याद आती हैं। इनने राजनीति, साम्राज्य और सैन्य रणनीति की दिशा बदल दी।
Contents

पानीपत की तीन लड़ाइयाँ
- First Battle of Panipat (21 अप्रैल 1526)
- Babur ने Ibrahim Lodi को हराया और Mughal साम्राज्य की नींव रखी।
- बंदूकें, तोप और trench warfare का इस्तेमाल हुआ travelsetu.com+4wanderon.in+4tripxl.com+4।
- Second Battle of Panipat (5 नवंबर 1556)
- Akbar और Bairam Khan ने Hemu को पराजित किया, जिससे Mughal साम्राज्य पुनः स्थापित हुआ 1travelsetu.com+4britannica.com+4vaia.com+4।
- मोबाइल आर्टिलरी और रणनीतिक घेरों के कारण सफलता मिली ।
- Third Battle of Panipat (14 जनवरी 1761)
- Ahmad Shah Abdali vs Marathas (Sadashivrao Bhau)।
- सबसे बड़े शांतिपूर्ण जंगों में से एक, और Maratha सत्ता की शुरुआत व British प्रभुत्व की राह tripxl.com+15en.wikipedia.org+15panipat.gov.in+15।
3. पानीपत का रणनीतिक महत्त्व
- दिल्ली के नज़दीक, फ्लैट मैदान और अरसे से राजस्व-मार्ग।
- आधुनिक सैन्य विश्लेषक इसे “Panipat Syndrome” कहते हैं—असंगठित तैयारी का उदाहरण। en.wikipedia.org+1britannica.com+1
4. पानीपत के मुख्य स्थल (विजुअल्स सहित)
- Kabuli Bagh Mosque – Babur द्वारा 1527 में बनवाया गया, Babur की पत्नी Kabuli Begum के नाम पर drishtiias.com+11en.wikipedia.org+11en.wikipedia.org+11
- Ibrahim Lodi’s Tomb – लोधी वंश के अंतिम शासक का छोटा मकबरा
- Kala Amb Memorial – तीसरी लड़ाई के विशाल रक्तपात की याद दिलाता है thetalentedindian.com+8en.wikipedia.org+8filtershotcreations.com+8
- Battlefield Memorial & Museum – तीनों लड़ाइयों की याद में संरक्षित स्थल

निष्कर्ष
पानीपत सिर्फ जंग का मैदान नहीं बल्कि भारतीय इतिहास के मील का पत्थर रहा है। ये तीन लड़ाइयाँ राजनीतिक सत्ता का प्रवाह बदल गईं, और साम्राज्य, संस्कृति, सैन्य रणनीति और प्रशासन पर गहरा प्रभाव डाला।