जानिए IPPB की नई Aadhaar फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा – बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए आसान बैंकिंग, रजिस्ट्रेशन से लेकर लाभ तक।
🏦 परिचय: IPPB और आधार आधारित फेस ऑथेंटिकेशन
India Post Payments Bank (IPPB) ने एक नई सुविधा शुरू की है, जिसमें ग्राहक अब Aadhaar के ज़रिए फेस ऑथेंटिकेशन कर बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह सुविधा खासकर उन लोगों के लिए बनाई गई है जिन्हें फिंगरप्रिंट या OTP से जुड़ी दिक्कतें होती हैं, जैसे बुजुर्ग या दिव्यांग जन।

👵 किन्हें मिलेगा सबसे अधिक लाभ?
- वे जिनकी उंगलियों की पहचान कठिन हो गई है
- बुजुर्ग नागरिक जो टेक्नोलॉजी में सहज नहीं हैं
- दिव्यांग जन जिन्हें मोबाइल OTP या फिजिकल बायोमीट्रिक से परेशानी होती है
- ग्रामीण और दूर-दराज़ क्षेत्रों में रहने वाले नागरिक
🔍 फेस ऑथेंटिकेशन की कार्यप्रणाली
- ग्राहक का चेहरा कैमरे से स्कैन किया जाता है
- यह छवि UIDAI Aadhaar डेटाबेस से मिलाई जाती है
- पुष्टि होने पर ग्राहक बिना OTP या अंगूठे के निशान के लेन-देन कर सकता है
यह प्रक्रिया पूरी तरह स्पर्शरहित (contactless) होती है और बेहद सुरक्षित है।
✅ IPPB बैंकिंग सेवाओं में यह सुविधा कहाँ उपयोगी है?
- नकद निकासी (Cash Withdrawal)
- बैलेंस जानकारी देखना
- मिनी स्टेटमेंट निकालना
- आधार से आधार फंड ट्रांसफर
- खाते की जानकारी अपडेट कराना
- डिजिटल भुगतान सेवाएं
📲 पंजीकरण और उपयोग कैसे करें?
- IPPB के नजदीकी केंद्र पर जाएं
- अपना Aadhaar नंबर और आवश्यक विवरण दें
- कैमरे के सामने फेस स्कैन करें
- सफल ऑथेंटिकेशन के बाद सेवाएं शुरू हो जाएंगी
🌍 डिजिटल समावेशन में योगदान
यह पहल उन नागरिकों को मुख्यधारा में लाती है जो अब तक टेक्नोलॉजी बाधाओं के कारण डिजिटल बैंकिंग से दूर थे। यह केवल तकनीकी उन्नति नहीं बल्कि सशक्तिकरण की दिशा में भी एक मजबूत कदम है।
🔚 निष्कर्ष
IPPB की यह फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा भारत के डिजिटल बैंकिंग मिशन को और मजबूती देती है। खासकर उन लोगों के लिए जिनके लिए फिजिकल बायोमीट्रिक्स चुनौतीपूर्ण हैं, यह तकनीक एक सरल, सम्मानजनक और सुरक्षित विकल्प प्रदान करती है।