🔹 परिचय
तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री और राजनीति के एक चमकते सितारे, कोटा श्रीनिवास राव ने 83 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनका निधन 13 जुलाई 2025 को सुबह, हैदराबाद स्थित उनके निवास पर हुआ। उनके जाने से सिनेमा और समाज, दोनों क्षेत्रों में गहरा शून्य पैदा हुआ है।

🎬 कलाकार से जनसेवक तक का सफर
कोटा श्रीनिवास राव का जीवन बहुआयामी रहा—वे न केवल एक शानदार अभिनेता थे, बल्कि एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि भी रहे।
- उन्होंने 750 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया, जिसमें हास्य, विलेन और गंभीर भूमिकाएँ शामिल रहीं।
- उन्हें 2015 में भारत सरकार द्वारा ‘पद्मश्री’ से सम्मानित किया गया।
- उन्होंने राजनीति में भी कदम रखा और आंध्र प्रदेश विधानसभा में विधायक के रूप में सेवा दी।
📖 जीवन की आखिरी पंक्तियाँ
वृद्धावस्था से जुड़ी बीमारियों से जूझते हुए उन्होंने अपने अंतिम समय तक गरिमा बनाए रखी। कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपना 83वां जन्मदिन अपने परिवार और करीबियों के साथ मनाया था।
🕯️ श्रद्धांजलियाँ और यादें
उनके निधन की खबर सुनकर पूरे तेलुगु फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई। चिरंजीवी, मोहन बाबू, रवि तेजा, एस.एस. राजामौली, समांथा रुथ प्रभु, और कई दिग्गज कलाकारों ने सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उनकी अदाकारी और इंसानियत की मिसाल को याद करते हुए सभी ने कहा—“एक कलाकार नहीं, एक युग चला गया है।”
🌟 विरासत जो अमिट रहेगी
पहलू | विवरण |
---|---|
🎭 अभिनय | 750+ फिल्में, नंदी पुरस्कार विजेता, कई भाषाओं में काम |
🏅 सम्मान | पद्मश्री, राज्य स्तरीय पुरस्कार |
🏛️ राजनीति | बीजेपी विधायक, सामाजिक कार्यों में सक्रिय भागीदारी |
💬 निष्कर्ष
कोटा श्रीनिवास राव का जाना केवल एक अभिनेता की विदाई नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा और सामाजिक चेतना की एक महत्वपूर्ण आवाज़ का मौन हो जाना है।
उनकी फिल्में, उनके संवाद, उनका मुस्कुराता चेहरा—सब हमारे दिलों में जीवित रहेंगे। वे भले ही शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका योगदान अमर रहेगा।