🔶 परिचय
“Operation Mahadev” भारत की खुफिया एजेंसियों द्वारा चलाया गया एक बेहद गोपनीय और रणनीतिक मिशन था, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना और विदेशों में देश विरोधी गतिविधियों को रोकना था। इस मिशन ने दिखा दिया कि भारत न केवल सीमाओं पर, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी सुरक्षा को लेकर सजग और सक्रिय है।
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🧠 Operation Mahadev क्या है?
- Operation Mahadev एक अंडरकवर खुफिया अभियान है जिसे भारत की एजेंसियों ने विदेशी धरती पर चलाया।
- इसका उद्देश्य था — ऐसे लोगों को बेनकाब करना जो विदेशों में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियाँ चला रहे थे।
- यह ऑपरेशन डिजिटल निगरानी, इंटरसेप्ट टेक्नोलॉजी, और मानव खुफिया नेटवर्क का बेहतरीन मिश्रण था।
🎯 मुख्य उद्देश्य
- भारत के खिलाफ फेक प्रोपेगेंडा फैलाने वालों को ट्रैक करना।
- खालिस्तान समर्थकों, टेरर फंडिंग नेटवर्क और आईएसआई एजेंटों को उजागर करना।
- सोशल मीडिया के ज़रिए युवाओं को भड़काने वाले संगठनों पर नजर रखना।
- विदेशी धरती पर भारतीय राजनयिक मिशनों पर हमला करने की साजिश को रोकना।
📍 ऑपरेशन की प्रमुख लोकेशन
- कनाडा
- ब्रिटेन (UK)
- ऑस्ट्रेलिया
- यूएसए
- यूरोप के कुछ देश
इन देशों में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियाँ करने वाले कुछ समूहों पर निगरानी की गई और पुख्ता सबूत इकट्ठा किए गए।
🔐 कैसे हुआ यह ऑपरेशन?
- एजेंसियों ने गुप्त रूप से ऑनलाइन चैट, कॉल्स, ईमेल्स, और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की निगरानी की।
- फर्जी अकाउंट्स और डिजिटल ट्रैप के जरिए खालिस्तानी नेटवर्क और उनके समर्थकों को जाल में फंसाया गया।
- इस मिशन में कई एनआरआई एजेंटों और साइबर एक्सपर्ट्स ने सहयोग दिया।
🏆 ऑपरेशन महादेव की सफलता
- कई देश-विरोधी YouTube चैनल्स और वेबसाइट्स को एक्सपोज़ किया गया।
- टेरर फंडिंग चैनल को बंद कराया गया और संदिग्ध खातों को सीज़ किया गया।
- इस मिशन ने यह साबित कर दिया कि भारत की खुफिया एजेंसियां अब सिर्फ रक्षात्मक नहीं, प्रोएक्टिव और इंटरनेशनल स्तर पर प्रभावी हो चुकी हैं।
🗣️ राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- भारत सरकार ने इस मिशन को आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है, लेकिन इसके संकेत कई अधिकारियों ने दिए हैं।
- विदेशों में स्थित भारतीय दूतावासों को अधिक सतर्क और जागरूक कर दिया गया है।
- इससे भारतीय प्रवासी समुदाय में भी सुरक्षा को लेकर भरोसा बढ़ा है।
🔚 निष्कर्ष
Operation Mahadev भारत की खुफिया और रणनीतिक क्षमताओं का जीवंत उदाहरण है। यह मिशन बताता है कि अब भारत सिर्फ अपने देश की सीमाओं में सीमित नहीं, बल्कि ग्लोबल स्तर पर भी अपनी सुरक्षा नीति को मजबूती से लागू कर रहा है।