जम्मू कश्मीर में पहुचे PM MODI की बहुत बरी एलान लखनपुर से उड़ी तक नाकेबंदी, सीमा पर अलर्ट, घाटी में बड़े अधिकारी कर रहे कैंप

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जम्मू-कश्मीर के प्रवेशद्वार लखनपुर से लेकर कश्मीर के उड़ी तक नाकाबंदी लगा दी गई है। विशेष रूप से राष्ट्रीय राजमार्ग, सैन्य संस्थानों और अल्पसंख्यक इलाकों में कठोर सुरक्षा व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी घटना का संकेत नहीं हो सके।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम कश्मीर पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहां से उन्हें योग दिवस पर देश और दुनिया को अपना संदेश देने का अवसर मिलेगा। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उनके स्वागत के लिए सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्रीनगर दौरे के अवसर पर जम्मू-कश्मीर में भरपूर सुरक्षा व्यवस्था चालू कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने श्रीनगर में हाई प्रोफाइल यात्रा के मद्देनजर सभी महत्वपूर्ण सड़कों और चौकों पर अतिरिक्त नाके स्थापित कर दिए हैं।

प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान जारी करते हुए घोषणा की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 और 21 जून, 2024 को जम्मू और कश्मीर का दौरा करेंगे। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी 20 जून को शाम करीब 6 बजे श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (एसकेआईसीसी) में 'युवाओं को सशक्त बनाना, जम्मू-कश्मीर में बदलाव' कार्यक्रम में विशेष भाग लेंगे।

21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर, डल झील के किनारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी योग सत्र में भाग लेंगे। उन्हें लगभग 3300 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी करना है। इसमें वे नये कश्मीर की कहानी लिख रहे स्थानीय युवाओं, उद्यमियों, खिलाड़ियों, छात्रों, डाक्टरों और साहित्यकारों समेत समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान करने वालों से मिलेंगे।

जम्मू – कश्मीर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार और शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने यहां कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत और शिलान्यास किया है। उन्होंने कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सुधार परियोजना का भी शुभारंभ किया है। शुक्रवार को सुबह 6.30 बजे पीएम ने श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनैशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में भाग लिया। वे इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करके योग सत्र में भी शिरकत की।

पीएम नरेंद्र मोदी ने 1500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 84 प्रमुख विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और शुरुआत की। इनमें रोड इंफ्रास्ट्रक्चर, जलापूर्ति योजनाएं, और उच्च शिक्षा के इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने चेनानी-पटनीटॉप-नाशरी खंड के सुधार, औद्योगिक संपदाओं के विकास, और 6 सरकारी डिग्री कॉलेजों के निर्माण जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं की आधारशिला रखी। वे 1800 करोड़ रुपये की लागत वाली कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धात्मकता सुधार परियोजना का भी शुभारंभ किया। यह परियोजना जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों के 90 ब्लॉकों में क्रियान्वित होगी और लगभग 15 लाख लाभार्थियों को कवर करेगी। उन्होंने सरकारी सेवा में नियुक्ति प्राप्त करने वाले 2,000 से अधिक व्यक्तियों को भी नियुक्ति पत्र वितरित किए।

प्रधानमंत्री का कश्मीर में आगमन हम सभी के लिए गर्व की बात है – उपराज्यपाल

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि प्रधानमंत्री का दौरा जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। इससे हम सभी के लिए गर्व की बात है। कश्मीर में सुरक्षा के सख्त प्रबंध भी किए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी 20 जून को गुरुवार शाम चार बजे तक पहुंचेंगे। इस बार उनका यह 25वां दौरा होगा और यह उनका वर्तमान वर्ष में चौथा दौरा होगा। पहले इसी वर्ष उन्होंने फरवरी में जम्मू, मार्च में श्रीनगर, और अप्रैल में ऊधमपुर का दौरा किया था।

इस बार कश्मीर ही क्यों?

पीएमओ ने बताया कि इस वर्ष का योग दिवस आयोजन युवाओं के मन और शरीर पर योग के गहरे प्रभाव को बढ़ावा देता है। उनका उद्देश्य है कि योग के अभ्यास में लाखों लोगों को एकत्रित करके वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा दिया जाए। प्रधानमंत्री साल 2015 से हर वर्ष योग दिवस पर अनेक समारोहों का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली, चंडीगढ़, देहरादून, रांची, लखनऊ, मैसूर, और न्यूयॉर्क जैसे प्रतिष्ठित स्थानों पर योग दिवस समारोहों का नेतृत्व किया है। इस वर्ष योग दिवस का मुख्य विषय ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ है, जो व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कश्मीर दौरे का पूरा अनुसूची

गुरुवार, 20 जून:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। इस दौरे में उन्होंने काफी बड़े विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने का निर्णय लिया है। इन परियोजनाओं में शामिल हैं रोड इंफ्रास्ट्रक्चर, जलापूर्ति योजनाएं, उच्च शिक्षा के इंफ्रास्ट्रक्चर, औद्योगिक संपदाओं के विकास, और कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धात्मकता सुधार परियोजना।

इसके अलावा, उन्होंने चेनानी-पटनीटॉप-नाशरी खंड के संपर्क में सुधार के लिए एक नया परियोजना भी शुरू की है, जिसका मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में सुगम परिवहन की सुविधा प्रदान करना है। साथ ही, उन्होंने 6 सरकारी डिग्री कॉलेजों के निर्माण का भी उद्घाटन किया है, जो स्थानीय आबादी को उच्च शिक्षा के सुलभ प्रावधान के लिए महत्वपूर्ण होंगे।

इस दौरे में प्रधानमंत्री ने भी सरकारी सेवा में विभिन्न पदों के लिए चुने गए 2000 से अधिक व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए हैं, जिससे नौकरी के अवसरों में वृद्धि हो।

शुक्रवार, 21 जून:

प्रधानमंत्री का सुबह साढ़े 6 बजे श्रीनगर में आयोजित 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम एक गंभीर माहौल में विशेषता से संचालित होगा।

यह कार्यक्रम शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में आयोजित किया गया है, जहां प्रधानमंत्री उपस्थित दर्शकों को अपने संबोधन से प्रेरित करेंगे।

उनके संबोधन के बाद, एक सामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) सत्र में, प्रधानमंत्री ने अपनी उपस्थिति से सभी को योग की महत्वपूर्णता को समझने और अनुभव करने के लिए प्रेरित किया।

1500 करोड़ रुपये के 84 प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन और शिलान्यास का आयोजन किया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी 20 जून को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर राजमार्ग, जलापूर्ति, उच्च शिक्षा से जुड़े प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य यहां के युवाओं को रोजगार समर्पित करना है। उन्होंने 1800 करोड़ रुपये की लागत वाले जेकेसीआईपी, चेनानी-पटनीटॉप-नाशरी खंड, औद्योगिक क्षेत्र, और 6 सरकारी डिग्री कॉलेज प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन भी करने की घोषणा की है।

इन प्रोजेक्ट्स का लाभ जम्मू-कश्मीर के 20 जिलों के 90 ब्लॉकों में महसूस होगा, जिससे 15 लाख लोगों के 3 लाख परिवारों को सीधे फायदे पहुंचेंगे। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री 2000 सरकारी कर्मचारियों को नौकरी के पत्र भी देंगे।

जम्मू-कश्मीर में नया चुनाव पिछली बार 2014 में हुआ था।

5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर में एक ऐतिहासिक पल आया जब धारा 370 को समाप्त कर दिया गया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया गया। इससे पहले, यहां का अंतिम चुनाव 2014 में हुआ था। 2018 में भारतीय जनता पार्टी और जनता दल (दमोक्रेटिक) के बीच की सरकार गिर गई थी, जब भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी से संधि तोड़ ली थी।

दिसंबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया कि सितंबर 2024 तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव आयोजित करे। इसके बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक साक्षात्कार में यह भी बताया कि 30 सितंबर से पहले जम्मू-कश्मीर में चुनाव होंगे।

इस खूबसूरत इलाके में लोकतंत्र की यात्रा ने महत्वपूर्ण परिवर्तन लाए हैं, धारा 370 के समाप्त होने से लेकर नए चुनावी मंडेट की उम्मीदों तक। आगामी चुनाव जम्मू-कश्मीर की शासन और प्रतिनिधित्व के भविष्य को स्थापित करने का वादा करते हैं, इसी इतिहासी मोड़ पर।

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