🔎 तनाव की जड़ें: ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- Thailand–Cambodia के बीच दशकों से सीमावर्ती मंदिरों और क्षेत्र को लेकर विवाद रहा है, विशेषकर प्राह वियरहार और टा मुइन थॉम क्षेत्र।
- 1907 के फ्रांसीसी नक्शे और 1962 के अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के फैसले के बावजूद सीमा निर्धारण स्पष्ट नहीं हुआ।
- इससे पहले 2008–2011 में भी दोनों देशों के बीच सैन्य झड़पें हो चुकी हैं।

🚨 2025 की नई झड़पें: मई से जुलाई तक
📅 प्रमुख घटनाएं:
- 28 मई 2025: एमराल्ड ट्रायंगल क्षेत्र में पहली गोलीबारी हुई, जिसमें एक कंबोडियाई सैनिक की मृत्यु हो गई।
- 13–24 जून: दोनों देशों ने व्यापार, संचार और सीमा चौकियों पर प्रतिबंध लगाए और अपने-अपने राजनयिक वापस बुलाए।
- 23–24 जुलाई: सीमा पर फिर से हिंसक झड़पें हुईं, जिनमें दोनों पक्षों को नुकसान पहुँचा।
🪖 24 जुलाई 2025: भीषण झड़पें और हताहत
- सीमा पर तोपों, बंदूकों और मिसाइलों का प्रयोग हुआ।
- थाईलैंड ने F-16 फाइटर जेट का प्रयोग कर कंबोडिया के ठिकानों पर हमला किया।
- इस हमले में लगभग 12 लोग मारे गए, जिनमें कई आम नागरिक भी शामिल थे।
- हजारों लोगों को सीमा से पलायन करना पड़ा, और कई गांव खाली कराए गए।
🎖️ सैन्य ताकत की तुलना
पक्ष | सैन्य विशेषता |
---|---|
थाईलैंड | F-16 फाइटर जेट्स, आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम, मजबूत नौसेना |
कंबोडिया | ग्राउंड रॉकेट आर्टिलरी में दक्षता, सीमित संसाधन लेकिन आक्रामक रणनीति |
- थाईलैंड का सैन्य प्रभुत्व अधिक है, लेकिन कंबोडिया के पास सीमा क्षेत्रों में लचीलापन और अनुभव है।
- तनाव से रणनीतिक गलती और युद्ध का खतरा बढ़ गया है।
🏛️ राजनयिक टूट और आंतरिक राजनीति
- दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया।
- थाईलैंड की प्रधानमंत्री को संसद की नैतिक समिति ने निलंबित कर दिया।
- विवादास्पद टेलीफोन वार्तालाप और “uncle” संबोधन जैसे शब्दों ने आग में घी डालने का काम किया।
🌐 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- संयुक्त राष्ट्र, आसियान, चीन, भारत और मलेशिया जैसे देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की।
- कंबोडियाई प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आपात बैठक की मांग की।
- वैश्विक समुदाय ने सीमा समाधान और शांति प्रक्रिया की आवश्यकता पर जोर दिया।
🧭 वर्तमान स्थिति और जोखिम
🔒 जमीनी स्थिति
- सीमा पर हॉट जोन चिन्हित किए गए हैं।
- लगभग 40,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं।
- व्यापार, पर्यटक आवाजाही और कूटनीतिक वार्ता फिलहाल बंद हैं।
⚠️ रणनीतिक खतरे
- सैन्य असंतुलन के कारण गलत निर्णय से पूर्ण युद्ध की स्थिति बन सकती है।
- क्षेत्र में मौजूद तेल और गैस संसाधन विवाद को और बढ़ा सकते हैं।
🔚 निष्कर्ष
Thailand–Cambodia के बीच 2025 का सीमा तनाव केवल भूमि विवाद नहीं है, यह राष्ट्रीय अस्मिता, क्षेत्रीय संसाधन, और कूटनीति की परीक्षा है।
इस संघर्ष को रोकने के लिए ज़रूरी है:
Contents
- शांतिपूर्ण संवाद
- सीमा निर्धारण की स्पष्ट प्रक्रिया
- क्षेत्रीय सहयोग और पारदर्शिता
कूटनीति और संयम ही स्थायी समाधान की कुंजी है।