🔹 भूमिका
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में कुछ नाम ऐसे होते हैं जो वक्त के साथ फीके नहीं पड़ते, बल्कि इतिहास बन जाते हैं। ऐसी ही एक महान अदाकारा थीं — Saroja Devi । अपनी खूबसूरती, दमदार अभिनय और सौम्य व्यक्तित्व से उन्होंने दक्षिण भारत से लेकर हिंदी सिनेमा तक में दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी।
आज, उनके निधन की खबर ने पूरी इंडस्ट्री को गमगीन कर दिया है। उन्होंने न केवल सिल्वर स्क्रीन पर बल्कि असल ज़िंदगी में भी एक प्रेरणा का जीवन जिया।

🕯️ Saroja Devi निधन की जानकारी
बी. सरोजा देवी ने उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के चलते अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से सार्वजनिक जीवन से दूर थीं और अपने परिवार के साथ शांतिपूर्ण जीवन बिता रही थीं। उनके निधन से कला और संस्कृति की दुनिया में एक खालीपन सा आ गया है जिसे भर पाना संभव नहीं।
🎥 करियर की झलकियां
- सरोजा देवी ने अपने करियर की शुरुआत 1950 के दशक में की थी।
- उन्होंने तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में काम कर 100 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया।
- हिंदी सिनेमा में उन्होंने राज कपूर, दिलीप कुमार, देव आनंद, राजेंद्र कुमार जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया।
- उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्मों में शामिल हैं:
- सास भी कभी बहू थी
- स्वर्ण सुंदरी
- भाभी
- पतंगा
- राजा और रंक
🏆 पुरस्कार और सम्मान
- पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित
- फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
- कर्नाटक राज्य से राजकीय सम्मान
- उन्हें “अभिनय रानी”, “कन्नड़ की रत्ना” जैसे उपनाम भी दिए गए
👨👩👧👦 निजी जीवन
सरोजा देवी ने एक सफल पारिवारिक जीवन भी जिया। उन्होंने डॉक्टर हरिनारायण से विवाह किया था, और जीवन के अंतिम वर्षों में अपने परिवार के साथ ही समय बिताया।
वो सामाजिक कार्यों से भी जुड़ी थीं और महिलाओं की शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित अभियानों में सक्रिय भागीदारी निभाती थीं।
🎭 इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया
उनके निधन की खबर पर कई कलाकारों, निर्देशकों और दर्शकों ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
“सरोजा देवी सिर्फ एक अदाकारा नहीं, बल्कि एक भावनात्मक युग थीं,” – यही आज हर दिल कह रहा है।
🌺 निष्कर्ष
बी. सरोजा देवी का जाना केवल एक अभिनेत्री का नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा की एक संस्था का अंत है।
उन्होंने अपने अभिनय से प्रेम, त्याग, संस्कार और भारतीय नारीत्व के विविध रूपों को परदे पर जीवंत किया।
उनकी अनुपस्थिति सदैव खलेगी, लेकिन उनकी फिल्में, उनका मुस्कुराता चेहरा और उनका योगदान — हमेशा अमर रहेगा।
🕊️ श्रद्धांजलि संदेश
“आपने सिर्फ फिल्में नहीं कीं, आपने लोगों के दिलों में संवेदनाओं को जगा दिया। आपकी कला अमर रहेगी। नम आंखों से श्रद्धांजलि, सरोजा देवी जी।”